३ तेरे बाद......
तेरे बाद क्या बीती
किसीसे क्या कहे
तेरे बाद हम
क्यु तेरी राहमें बिते लम्हे
याद आते है यु सताते है
मिट गये हर निशा तेरे फिरभी
दिलको अरमान क्यु जलते है
क्यु ढूंढें तुझे परेशा होकर
ये बुझती निगाहे
तेरे बाद क्या बीती
किसीसे क्या कहे
कभी आके ये बता दे मुझको
क्या ख़ता है ये बंदगी मेरी
तेरी यादो के दिए के साये
जल रही क्यू ये जिंदगी मेरी
मिटता है अँधेरा इस दिए से
न छुटते है ये साये
तेरे बाद क्या बीती
किसीसे क्या कहे
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